ममता का कर खण्डन
ललाट पे मल रक्त चंदन
अपना प्रिय-रघुनन्दन
गर्व से भेज देती हैं रण
कि सुरक्षित रहे भारत माता
नारी तुझ सा देशभक्ति कौन जगाता ?
पुत्र प्राण देश पे न्यौछावर
पति प्राण की भेट चढ़ा कर
देश प्रेम पे सर्वस्व लूटा कर
गर्व से तेरा सिर उठ जाता
नारी तुझ सा देशभक्ति कौन जगाता ?
– राजीव कुमार
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