मेरी धरती अलग , तेरा आसमान अलग है
प्रकृति ने हम दोनों को दी पहचान अलग है
चाँद और सूरज में समानता कैसी ?
दोनों के महत्वपूर्ण हैं , पर स्थान अलग है
हम दोनों तो पुरक है एक दूसरे के
एक के बिना दूसरे का अस्तित्व ही नहीं है
एक पहिये पर कोई गाड़ी चलती नहीं है
दोनों एक समान वज़न उठाते हैं
तब उस समय का पहिया चलाते हैं
पहले का वक़्त अलग था
अब समय की माँग अलग है
समानता तो केवल विचारों में होनी चाहिए
तेरी परवरिश अलग है ,मेरे संस्कार अलग है
मेरी धरती अलग तेरा आसमान अलग है
– पूजा चोपड़ा
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